1 घंटे की बारिश में ही गिर गई PWD मंत्री साहू के सरकारी बंगले की दीवार, पूर्व मंत्री मूणत ने सोशल मीडिया में कसा तंज

निर्माण की क्वालिटी पर अक्सर सवाल उठते हैं। जब पीडब्लयूडी मंत्री के सरकारी आवास की निर्माण पर सवाल उठे तो क्या कहेंगे…पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने मौजूदा मंत्री ताम्रध्वज साहू के सरकारी बंगले के गिरी दीवार के निर्माण पर सवाल उठाया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में करीब एक घंटे की बारिश में पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू के सरकारी बंगले की दीवार ढह गई। गनीमत रही कि हादसे के वक्त कोई आसपास नहीं था। बारिश के कारण जीई रोड पर नदी जैसा नजारा देखने को मिला। इससे शहर का ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। वहीं पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने इसी बहाने सरकार को घेर दिया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि हल्की सी बारिश में ये हाल हो गया पीडब्ल्यूडी मंत्री के सरकारी आवास का।

बारिश के बाद नालों में कचरा जमा होने के चलते बारिश का पानी सड़कों पर बहने लगा। रायपुर नगर निगम साफ़-सफाई के लिए लोगों से सालाना यूजर चार्ज भी ले रही है। यूजर चार्ज मकानों की साइज के आधार पर तय होता है, वहीं दुकानों और अन्य संस्थानों से अलग-अलग दर से यूजर चार्ज लिया जाता है। यूजर चार्ज को लेकर सरकार और भाजपा में विवाद की स्थिति भी है।

रायपुर में गृहमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू के सिविल लाइन स्थित बंगले की दीवार भरभराकर एक बार फिर गिर गई। बताया जा रहा है कि मंत्री के बंगले की दीवार एक घंटे की बारिश का सामना भी न कर सकी, जिसके बाद विभाग कार्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जाता है कि पिछले साल भी यह दीवार गिरी थी, जिसके बाद गृहमंत्री के बंगले के दीवार का निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग ने किया था। बारिश के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है तो वहीं, जगह-जगह पानी भरने और बत्ती गुल की स्थिति बनी रही।

सोमवार को दिन की शुरुआत तीखी धूप से हुई। दोपहर दो बजे के बाद मौसम बदलना शुरू हुआ। दक्षिण से बादल घिरने शुरू हुए। साढ़े तीन बजे तक ये बादल पूरे शहर पर छा गए। पौने चार बजे से साढ़े पांच बजे तक मूसलाधार बरसात हुई। इसकी वजह से सड़कों पर दृश्यता बेहद कम हो गई थी। इसकी वजह से सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही भी कम हो गई थी।

बाद में देर तक रिमझिम बरसात होती रही। इस बरसात की वजह से कई जगह सड़कों पर जल भराव हुआ है। बाजारों में लोग दुकान नहीं लगा पाए। इसकी वजह से दिक्कतें बढ़ी हैं। प्रदेश में सरगुजा और बस्तर संभाग के कुछ जिलों को छोड़कर यह बरसात हर जिले में हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि रात में बस्तर संभाग के जिलों में तेज बरसात हो सकती है। अंधड़ के साथ आई बरसात से कवर्धा सहित कई जिलों में धान की फसल गिर गई है। इसकी वजह से उनको बालियों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।

खाड़ी से आ रही नमी ने बनाया बरसात का माहौल

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है। इसके कारण मध्यम स्तर की बरसात की संभावना कई इलाकों में बनी हुई है। मंगलवार को भी एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात भी हो सकता है।