दुर्ग का ये केस सबक देने वाला: डॉक्टर के पास इलाज कराने पहुंची महिला ने दोस्ती की फिर करने लगी ब्लेकमेल…खुद को ACP बताकर खाते में ट्रांसफर करा लिए लाखों, दुर्ग पुलिस ने ऐसे किया खुलासा

भिलाई। ब्लैक मेलिंग के मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला के खिलाफ पुलिस ने धारा 384, 507 के तहत जुर्म दर्ज किया है। सीएसपी दुर्ग अभिषेक झा ने बताया कि कातुलबोड़ दुर्ग निवासी डॉ. सत्यदेव खिचरिया ने शिकायत दर्ज कराई थी कि अज्ञात महिला ने फोन पर पहले दोस्ती की। उसके बाद स्वयं को एसीपी बताकर अनाचार का मामला दर्ज होने का झांसा देकर वीडियो अपलोड करने की धमकी देकर पीड़ित से 18 लाख रुपए वसूल लिए।

महिला को पकड़ने के लिए एंटी क्राइम व मोहन नगर पुलिस की टीम बनाई गई। फोन से महिला आरोपिया की जानकारी पुलिस ने जुटाई। मोबाईल नंबर से कई अहम सुराग हाथ लगने पर पुलिस ने महिला के बारे में पतासाजी कराया गया।

पुलिस को जानकारी मिली कि झुंझनु राजस्थान निवासी महिला रश्मि कुमावत के रुप में पहचान हुई। महिला आरोपी लगातार स्थान बदलकर कोल्हापुर महाराष्ट्र चली गई। जहां टीम ने महाराष्ट्र से नोटिस देकर महिला से पूछताछ की गई। तब खुलासा हुआ कि महिला ने डॉ.सत्यदेव खिचरीया के पास ईलाज कराने उसके पास आया करती थी।

उसी समय मोबाईल नंबर मिला था। महिला एसीपी बनकर पीड़ित को कुछ महिलाओं द्वारा बलात्कार का हवाला दी थी। जिसका वीडियो होने का झांसा देकर डॉक्टर को धमका कर खाते के अलग-अलग समय 18 लाख रूपये ट्रांसफर कराना स्वीकार किया।

महिला ने उस रुपये से मकान बनाया, बोर खुदाई व उपचार में खर्च होना बताया है। फिलहाल खाते में 60 हजार रुपए जमा होना बताया है। महिला से पुलिस ने सिम कार्ड, मोबाइल 2, एटीएम, बैंक पासबुक जप्त किया। एसपी डॉ अभिषेक झा, एएसपी संजय ध्रुव, सीएसपी अभिषेक झा, डीएसपी क्राइम नासर सिद्धकी, एंटी क्राइम प्रभारी संतोष मिश्रा,मोहन नगर थाना प्रभारी केके वाजपेयी समेत इस कार्रवाई में मोहन नगर उप निरीक्षक उमा ठाकुर, सउनि किरेन्द्र सिंह, आरक्षक क्रांती शर्मा, एसीसीयू से सउनि शमित मिश्रा, प्रधान आर चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक जावेद हुसैन, आरती सिंह, जगजीत सिंह, सनत भारती का अह्म योगदान रहा है।