भिलाई। दुर्ग रेलवे स्टेशन में देर रात को एक इंजन डिरेल हो गई। शंटिंग प्रक्रिया के दौरान यह डिरेल हुई है। हालांकि, इस डिरेल में कोई हताहत नहीं हुई है। ट्रेन की बोगियों से इंजन को जोड़ने का काम किया जा रहा था। तभी डिरेल हुई है। मौके पर रेलवे के अफसर पहुंच गए हैं। जांच जारी है। वहीं इंजन को रिकवर करने की कोशिश भी जारी है।
घटना रात ढाई बजे के आसपास की बताई जा रही है। पटरी पर दो इंजन चल रही थी। इसमें से एक इंजन डिरेल हुई है। डिरेल कैसे हुई है? यह जांच का विषय है। अभी मंडल की ओर से रेलवे के मैकेनिकल इंजीनियर्स पहुंचेंगे। इसके बाद ही रिकवर किया जा सकेगा।
वैसे ये संटिंग क्या है होता है…
जब ट्रेन की बोगी अलग रहती है, बाद में ट्रेन की बोगी को इंजन को जोड़ने की प्रक्रिया को संटिंग कहा जाता है…यह रूटीन प्रोसेस है। रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। कोई हताहत नहीं हुई है।
दुर्ग में ट्रेन की इंजन डिरेल, रात ढाई बजे के आसपास की घटना, दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास रायपुर नाका कोचिंग कांप्लेक्स डिरेल हुआ इंजन, संटिंग प्रक्रिया के दौरान डिरेल हुई इंजन, हालांकि कोई हताहत नहीं, देर रात को रेलवे के अफसर मौके पर पहुंचे
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शॉर्ट में जानिए, क्या-कुछ हुआ रात में
– रात ढाई बजे के आसपास की घटना
– दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास रायपुर नाका कोचिंग कांप्लेक्स डिरेल हुआ इंजन
– संटिंग प्रक्रिया के दौरान डिरेल हुई इंजन
– हालांकि कोई हताहत नहीं
– देर रात को रेलवे के अफसर मौके पर पहुंचे
– अभी मंडल ऑफिस से मैकेनिकल टीम आएगी, फिर होगा रिकवर
– रेलवे के अफसरों ने कहा- यह रूटीन प्रोसेस है
– ट्रेन की बोगियों से इंजन को कनेक्ट करने की प्रक्रिया को कहा जाता है संटिंग
– संटिंग प्रोसेस के दौरान ही हुआ हादसा
– ट्रेन की इंजन डिरेल कैसे हुई, यह जांच का विषय है
– इस तरह की घटना की जांच कराता है रेलवे