दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने एक घायल व्यक्ति को अस्पताल में इलाज के बहाने धोखाधड़ी कर 50,000 रुपये की रकम ट्रांसफर करवाई थी। आरोपी ने घायल के मोबाइल से फोन पे का पिन मांगकर धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने आरोपी से 13,000 रुपये नकद और उसके मोबाइल को जब्त किया है।

पुलिस के अनुसार, दुर्ग जिले के प्रार्थी सुशील कुमार गुप्ता (75 वर्ष), जो प्लॉट नंबर 111/1 हनुमान मंदिर के पास मैत्री कुंज, रिसाली, भिलाई में रहते हैं, ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 27 मार्च 2025 की रात करीब 11:00 बजे उनके बेटे अमित कुमार को किसी अज्ञात व्यक्ति ने गिरने के बाद सेक्टर 09 अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपी ने अस्पताल में बिल भुगतान के नाम पर अमित कुमार का फोन पे का पिन और मोबाइल मांगकर 50,000 रुपये की रकम बिना उनकी जानकारी के ट्रांसफर कर दी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला के निर्देशन में और अति. पुलिस अधीक्षक (शहर) सुखनंदन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर सत्यप्रकाश तिवारी, और थाना प्रभारी नेवई राहुल बसंल (प्रशिक्षु भापुसे) के मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस ने घटनास्थल और सेक्टर 09 अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिससे आरोपी की पहचान संदीप चांदेकर के रूप में हुई।

आरोपी से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि अमित कुमार के पैर में चोट लगने के कारण वह अस्पताल में इलाज कराने के लिए गया था। आरोपी ने बिल भुगतान के बहाने अमित का मोबाइल और फोन पे का पिन लिया और कुल 50,000 रुपये का ट्रांसफर कर लिया। आरोपी ने यह रकम अपनी पत्नी के मोबाइल नंबर पर ट्रांसफर कर ली थी, जिससे उसने उस पैसे का इस्तेमाल किया। आरोपी ने बताया कि उसने धोखाधड़ी से प्राप्त 44,000 रुपये खर्च कर दिए थे और 13,000 रुपये बच गए थे।

पुलिस ने आरोपी संदीप चांदेकर को गिरफ्तार किया और उसके कब्जे से 13,000 रुपये नकद, पीड़ित के उपचार की पर्ची और आरोपी का मोबाइल जब्त किया। आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया गया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी राहुल बंसल (प्रशिक्षु भापुसे), उनि सुरेन्द्र तारम, प्रआर सूरज पाण्डेय, आरक्षक रवि बिसाई, मो0 समीम, भुमिन्द्र वर्मा, विकास शर्मा, चितरंजन देवांगन और लक्ष्मी नारायण यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
